आज भी दुनिया में बेटी और बेटे के बीच काफी फर्क होता है यदि किसी के घर में बेटी जन्म ले लेती है तो मानो जैसे वह उसके लिए आफत बन गई है और यदि बेटा जन्म लेता है तो मानो कि वह सोना चांदी लेकर पैदा हुआ है जो आप उनके घर को धन से भर देगा। लोग बेटे और बेटी में इतना भेदभाव करते हैं की कई बार जन्म लेने वाली बच्ची को जान से मार डालते हैं, और कईयों को तो मां के गर्भ में मार दिया जाता है। आज हम आपके लिए इसी पर आधारित एक सत्य घटना की कहानी लेकर आए हैं उम्मीद है आप इस कहानी से जरूर कुछ सीखेंगे और समझेंगे।
मेरी चाची की बहू प्रिया अपने पहले बच्चे को जन्म देने वाली थी। घर में सभी लोग बहुत खुश थे घर में पहले बच्चे के आने की तैयारियां जोरो से हो रही थी,कुछ समय बाद मेरी चाची की बहू प्रिया ने एक लड़की को जन्म दिया , खुश होने के जगह मेरी चाची बहुत दुखी दिखाई दे रही थी ,उन्होंने कहा हाय राम मरी करमजली तूने मेरे घर में कलंक पैदा कर दिया है आज तक मेरे घर में एक भी लड़की पैदा नहीं हुई, तूने पूरे खानदान पर कलंक लगा दिया।
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new born baby girl |
एक महीने बाद मेरी चाची के गाय ने एक बछड़ी को जन्म दिया,उसके जन्म पर चाची बहुत खुश थी। सभी को मिठाईयां बाटने लगी कि हमारे घर में लक्ष्मी आयी है।
दोस्तो इस सच्ची घटना और अद्भुत घटना हमें यह बताती है कि आज भी समाज में बेटे और बेटी में फर्क होता है, सिर्फ इसीलिए क्यूंकि सबको लगता है कि बड़े होकर बेटा उनकी सेवा करेगा उनका वंश बढ़ाएगा ,लेकिन बेटी से उन्हें कोई फायदा नहीं इसीलिए उसे अपने कुल खानदान का कलंक समझते है । लेकिन वहीं एक गाय ने बछड़ी को जन्म दिया तो चाची खुश हुई क्यूंकि उन्हें गाय के बच्चे से फायदा होने वाला था उसके दूध को बेचकर उनके धन की कमाई होने वाली थी।
"धर्म" की स्याही से लिखी एक खूनी प्रेम कहानी
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